मुस्कान फाउंडेशन व एम्स की ओर से डीपीएस में नेत्र देखभाल कार्यक्रम आयोजित, मोबाइल पर गेम न खेलने की नसीहत

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हरिद्वार। मुस्कान फाउंडेशन की ओर से विद्यार्थियों के लिए नेत्र देखभाल कार्यक्रम आयोजित किया गया। दिल्ली पब्लिक स्कूल रानीपुर में आयोजित कार्यक्रम में एम्स ऋषिकेश के नेत्र विज्ञान विभाग ने एसोसिएशन आफ कम्युनिटी आप्थल्मोलाजिस्ट आफ इंडिया (एसीओआईएन) के सहयोग से छात्रों को आंखों की देखभाल के लिए टिप्स दिए। साथ ही कक्षा नौ के विद्यार्थियों की निशुल्क नेत्र चिकित्सा जांच की गई।

मुस्कान फाउंडेशन की अध्यक्ष नेहा मलिक ने कहा कि जीवन की तेज़ रफ़्तार में कई बच्चे कुछ चीज़ों को नजरअंदाज कर देते हैं जो उन्हें अपनी आंखों की सुरक्षा के लिए हर दिन करनी चाहिए।

रायगढ़ सरकारी मेडिकल कालेज के प्रोफेसर और प्रमुख डॉ. स्वपन के सामंत ने छात्रों को दूर और निकट की दृष्टि की जांच करने के लिए आंखों की स्वयं जांच करने और आंखों को लंबे समय तक कुशलतापूर्वक काम करने के लिए आहार में बदलाव के टिप्स दिए। उन्होंने चेक प्वाइंट के बारे में भी बताया कि 40 वर्ष की आयु पार करने वाले अपने परिवार के सदस्यों को अपनी आंखों की जांच अवश्य करानी चाहिए।

एम्स ऋषिकेश के नेत्र रोग विभाग के प्रमुख डॉ. एसके मित्तल ने छात्रों से कहा कि जहां तक संभव हो मोबाइल पर गेम न खेलकर स्क्रीन पर अपना समय कम से कम रखें। डा स्तुति आनंद, डीआर अर्नब गराई, डॉ. श्रेया मिश्रा और अन्य ने शिक्षाप्रद नेत्र देखभाल कार्यक्रम में मदद की।

नेत्र देखभाल संबंधी बारह सूत्री फार्मूले
डीपीएस के प्रधानाचार्य अनुपम जग्गा ने विद्यार्थियों को डाक्टरों द्वारा दिए गए नेत्र देखभाल संबंधी बारह सूत्री फार्मूले को याद रखने और नेत्रहीन लोगों के प्रति संवेदनशील नागरिक बनने के लिए प्रेरित किया। आरती भाटला और डॉ. ज्योत्सना मेहरोत्रा ने छात्रों को सत्र से उनकी सीख के आधार पर परखा। एसीओआईएन ने छात्रों को प्रशंसा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।

मुस्कान फाउंडेशन टीम के सभी सदस्यों को भगवद्गीता और स्मारिका की एक प्रति साझा की गयी और मेजबान स्कूल ने गुलदस्ते के साथ टीम का स्वागत किया। प्रधानाचार्य अनुपम जग्गा ने कहा कि मुस्कान फ़ाउंडेशन ने समाज में नेत्रहीनों को नेत्र ज्योति देने का जो बीड़ा उठाया है ,वह सराहनीय है। डाक्टर ज्योत्सना मेहरोत्रा ,डाक्टर राधिका नागरथ, विवेक मोंगा के अलावा डीपीएस स्टाफ उपस्थित रहा।

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