(अनुराग जैन)
देहरादून। हाल ही में हुए नगर निगम चुनाव में चुनाव आयोग की लापरवाही का एक अजीबों गरीब मामला सामने आया है। या फिर यूं कहें कि किसी के दबाव में एक प्रत्याशी के साथ खेल किया गया है। मामला है वार्ड 23 खुडबुडा मोहल्ला का। मतगणना के बाद चुनाव आयोग ने यहां पर भाजपा प्रत्याशी विमला गौड़ को विजयी घोषित कर उनको निर्वाचन सर्टिफिकेट जारी कर दिया। जबकि चुनाव आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर कांग्रेस प्रत्याशी लक्ष्मी कौर को विजयी दर्शाया गया है। जिसमें उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी विमला गौड़ से 74 मतों से जीत हासिल की है। अब ऐसे में चुनाव आयोग पर कई सवाल उठ रहे हैं। क्या किसी दबाव में भाजपा प्रत्याशी को मतगणना के दिन विजयी घोषित कर निर्वाचन सर्टिफिकेट आनन फानन में जारी कर दिया गया या फिर वेबसाइट पर अपलोड किया गया डाटा मात्र एक ग़लती है और यदि गलती है भी तो ये चुनाव आयोग की एक गैर जिम्मेदाराना कृत्य है। वहीं इस मामले में पार्षद प्रत्याशी के एजेंट गुलशन सिंह का कहना है कि मतगणना के दौरान भाजपा नेताओं ने खूब हूटिंग की जिस कारण उन्हें मतगणना बीच में छोड़नी पड़ी और इसी का फायदा उठाने में भाजपा के लोग कामयाब हो गए। और बाद में कांग्रेस प्रत्याशी को हारा हुआ घोषित किया गया। उनका कहना है कि अब जब चुनाव आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर उनको सच्चाई पता चली तो वे अब जल्द ही अधिकारियों से मुलाकात करेंगे।