इलेक्ट्रोल बांड आज़ाद भारत का सबसे बड़ा घोटला: धस्माना

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देहरादून। कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि उत्तराखंड में जिस सिलकयारा टनल हादसे ने सारे प्रदेश व देश की जनता को झकझोर कर रख दिया था, उस टनल को बनाने वाली नवयुग कम्पनी ने इलेक्ट्रोल बांड के जरिये 400 करोड़ का चंदा भारतीय जनता पार्टी को दिया था, इसीलिए पूरे देश और दुनिया में सिलकयारा घटना के कारणों का सच आज तक दुनिया के सामने नहीं आया। आज यंहा प्रेस वार्ता में धस्माना ने  कहा कि सिलकयारा घटना में 41 श्रमिकों की जान 17 दिनों तक सुरंग में फंसी रही और सारे प्रयास फेल होने के बाद रैट माइनर्स के प्रयास से उनकी जान बच पाई थी किंतु इस हादसे के पीछे क्या कारण थे उसका सच जनता के सामने नही आ पाया है। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली कैबिनेट के निर्णय जिसमें सेफ्टी टनल बनाने का प्रावाधान था कि अनदेखी करने के मामले में नवयुग कम्पनी के खिलाफ कोई कार्यवाही न होने का असली कारण आज पूरे देश व दुनिया के सामने आ गया है जो इलेक्ट्रोल बांड है। उन्होंने कहा कि सिलकयारा टनल बनाने वाली नवयुग कम्पनी ने भाजपा को इलेक्ट्रोल बांड के माध्यम से चार सौ करोड़ रुपये का चंदा दिया था जिसकी एवज में सिलकयारा टनल का एस्केप पैसेज ही नहीं बनाया गया। धस्माना ने कहा कि एस्केप पैसेज न बनाना अपने आप में एक अपराध था जिसका सरकार ने संज्ञान तक नहीं लिया और उसका कारण कम्पनी की सरकार व भाजपा में चंदे के ज़रिए पैठ रही। धस्माना ने कहा कि इलेक्ट्रोल बांड आज़ाद भारत का अब तक का सबसे बड़ा घोटाला है और चंदे के इस धंधे की मास्टर माइंड भाजपा आज पूरे देश और पूरी दुनिया के सामने निर्वस्त्र हो गयी है कि किस तरह देश भक्ति का प्रमाणपत्र बांटने वाली पार्टी ने पुलवामा आतंकवादी घटना के बाद एक पाकिस्तानी पावर कम्पनी से इलेक्ट्रोल बांड के माध्यम से चंदा लिया। भाजपा को एक करोड़ वाले साढ़े पांच हज़ार इलेक्ट्रोल बांड मिले और दस लाख वाले इलेक्ट्रोल बांड भी अधिकांश भाजपा को ही प्राप्त हुए। जुआ सट्टा व लाटरी का काम करने वाली एक कम्पनी ने ही एक हज़ार करोड़ रुपये के इलेक्ट्रोल बांड भाजपा को दिए यह सब साबित करता है कि भाजपा का न कोई चरित्र है न कोई नैतिकता है।

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