Uttarkashi Tunnel Rescue: सिलक्यारा से चिनूक विमान में रवाना हुए सभी श्रमिक, एम्स ऋषिकेश लाए गए

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श्रमिक ऋषिकेश एम्स पहुंचे।

उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों के सुरक्षित बाहर निकलने की दुआएं कबूल हुईं। ऑपरेशन सिलक्यारा के तहत जब आखिरी मजदूर ने टनल से बाहर आकर खुली हवा में सांस ली तो देश और दुनिया में बदलते उत्तराखंड का संदेश भी गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिलक्यारा में 41 श्रमिकों की सकुशल वापसी पर मुख्यमंत्री धामी को फोन कर शुभकामनाएं दीं।

वीके सिंह का विपक्ष को जवाब
केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने कहा कि यह एक अलग प्रकार का ऑपरेशन रहा, वहां तक पहुंचने के लिए विभिन्न प्रकार के विकल्प का इस्तेमाल किया गया, कई बाधाएं आईं… इस पर अंदर प्रधानमंत्री की निरंतर नज़र रही। यह हमारे मंत्रालय का काम था, प्रधानमंत्री ने 2014 के बाद एक गारंटी दी है कि कोई भी कहीं फंस जाएगा तो हमें उसे बाहर निकालना है। सारी संस्थाओं के विकल्प तैयार थे। ऑपरेशन अगर एक दिन में भी सफल हो जाता तब भी विपक्ष सवाल करते और अब भी कर रहे हैं।

एम्स में भर्ती किए गए 41 मजदूर
एम्स प्रशासन के डॉक्टर नरेंद्र ने बताया कि सभी 41 मजदूरों को भर्ती कर लिया गया है। सभी स्वस्थ लग रहे हैं फिर भी सभी मरीजों की विभिन्न जांच की जाएगी, जिसमें ब्लड जांच रेडियोलॉजी जांच आदि शामिल है।

एम्स ऋषिकेश पहुंचे श्रमिक
सिलक्यारा से सभी मजदूरों को चिनूक विमान से जौलीग्रांट एयरपोर्ट लाया गया। इसके बाद सभी को एम्स ऋषिकेश के लिए रवाना किया गया। यहां डॉकटरों की टीम चिनूक के समीप हेलीपैड पर पहुंची। टीम में निदेशक डॉक्टर मीनू से भी मौजूद है। श्रमिकों को आगे की चिकित्सा जांच के लिए ऋषिकेश लाया गया है।

श्रमिक जौलीग्रांट एयरपोर्ट के लिए रवाना
भारतीय वायु सेवा के चिनूक विमान से सभी श्रमिक जौलीग्रांट एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गए हैं। वहीं उनके परिजनों को एंबुलेंस से भेजा गया।

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